आता जब भी कोई काम नया
छोटा हो या चाहे हो बड़ा
रखी है हमने नींव उसकी
रखी है हमने नींव उसकी
और दिया है मज़बूत आधार
बनाये रास्ते, दिया माहौल
ना आये कोई अड़चन
और अच्छे से चले हर काम
खोजे हमेशा वो रास्ते
मिनटों में ख़त्म हो
जिससे घंटों के काम
पेश आई जब भी कोई मुश्किल
पेश आई जब भी कोई मुश्किल
निरंतर किया हमने काम
और किसी ना होने दिया कोई नुकसान
मांगी जब भी किसी ने मदद
हाथ बढा कर दिया हमने साथ
कोई भी रहा हो लक्ष्य
किया पूरा हमने हर काम
परदे के पीछे रहते है
हर काम के हम है सूत्रधार
और सी-सी-डी है अपना नाम ...
( अपनी टीम के नाम )
--- अमित ११/०९/०७
4 comments:
superb bandhu!
isi tarah se, apne kam se lagav rahna chahiye!
bahut bahut aacha laga pad kar!
kya shandaar likha hai aapne!
bahut badiya!
taliyan!!!!!!!!!!!!! :-)
ek baat aur bandhu, aapka shirt sabse nirala hai!!!!!!!!!!!!!! :-) ;-)
"किया पूरा हमने हर काम
परदे के पीछे रहते है "
बहुत ही सकारत्मक सोच एवं कार्य -- शास्त्री जे सी फिलिप
हे प्रभु, मुझे अपने दिव्य ज्ञान से भर दीजिये
जिससे मेरा हर कदम दूसरों के लिये अनुग्रह का कारण हो,
हर शब्द दुखी को सांत्वना एवं रचनाकर्मी को प्रेरणा दे,
हर पल मुझे यह लगे की मैं आपके और अधिक निकट
होता जा रहा हूं.
amit bhai.... aap hi ke wajah se hum hindi se jude huye hain yahan par ...
kavita likhna koi aaapse seekhe
bahut badiyaa.....
Post a Comment