Friday, August 10, 2007

तेरी चुडियॉ ...


लगती हैं बड़ी सुंदर तुम पर
फबती हैं हर दम तुम पर
मोह लेती मेरा मन
जब करती ये छन-छन
नाज़ुक है तेरी कलाईयां
बनाती ये उनको और सुंदर
जब चढती यें उन पर
नीली-पीली हैं रंग बिरंगी
मेरे प्यार की यें है सोगात
कांच की हैं, पर पूरा करती यें तेरा शृंगार
कीमत तो है इनकी, झलकता इनसे प्यार
तू है सुहागन दर्शाती हैं यें हर दम
रहे तू सदा सुहागन , यही कहता है
तेरी कलाई में पडी हर चूड़ी का मन ...


--- अमित १०/०८/०७

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