Sunday, September 12, 2010

ईद मुबारक ...

रोज़े खत्म हुए, ईद का चाँद निकला है
हूर के रुख पर तिल सा, तारा भी साथ निकल है ...
कल ईद की नमाज़ अदा की जायगी
गले मिलंगे सब, खुशिया मनाई जायेंगी ...
हम भी मुबारक बाद देने जाएँगे
खूब सेवैया खायंगे !!!

(ईद के एक दिन बाद चाँद से सट कर एक तारा निकला था ... वो फोटो मैं नहीं ले पाया , उसका खेद है ... ऐसा मैंने जिन्दगी में पहली बार देखा था ... तारा ऐसा था जैसे किसी मुस्कुराते होटों के नीचे इक छोटा सा तिल.)
---अमित १०/०९/२०१०

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