याद है हमका ऊ दिन
हुई थी जब लैपटॉप अलोकेशन
अकड़ कैसन गई थी गर्दन तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
ख़ुशी से थे जाने कितने हर्षाये
बीवी को अपनी फोन डेस्क से हमारी ही लगाये
क्या बस यह है औकात तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
बिजली से ही यह चलता है
लगी बैटरी, बेकउप भी मिलता है
करउ कैसे इस्तमाल, समझ न आइये तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
काम तो यों कंप्यूटर पर भी चलता था
यही था डेटा जो उसमे भी रहता था
लैपटॉप पर बढ़ गई किर्टीकेलिटी बेचारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
हमऊ भी जानत है किर्टीकेलिटी तुहारी
पता है सब कहाँ छुपी वो फिल्मे सारी
समझते हो हमको अनाड़ी, गलती है तुहारी
वाहरी दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
भूख प्यास तब भी तुमको बड़ा सताती थी
पड़ती आज भी यह बाकी कामो पर भारी
अब डायनिंग टेबिल और कंप्यूटर में अंतर समझ न आये तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
पास तुहारे हर कोना कोना चमकता
दिखे जो धुल, फटका तुरंत है पड़ता
लैपटॉप में जा छुपी डर के ऊ धुल बेचारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
क्लाइंट करता नाक में दम तुहारी
और बीबी बच्चे अलग तुम पर भारी
झुंझलाहट तुमने बेचारी स्क्रीन पर उतारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
एक लैपटॉप है दूजे जैसा
काम करे ऊ पहले जैसा
जाने देख नया मोडल क्यों लबलबाती जीभ तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
फिर एक ऊ दिन भी आया
बदलाव जब अलोकेशन पोलिसी में आया
शक्ले कैसी लटक गईं थी छुट- भाइयों की सारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
बिना वाई- फाई किस्सा अधुरा रह जाता
किरदार अपना येँ भी पूरा निभाता
दुम सा येँ पीछे चले , इह इच्छा तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
खुद के वज़न पर काबू न कभी तुम कर पाये
देख ३ किलो का वजन इसका तुम बड़े घबराये
क्या इनती भी नहीं जान कलाइयों में तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
कद्रदानी में कुछ तो मिसाल कायम कर जाते हैं
चोरी लैपटॉप बाबू तक उनके हो जाते हैं
जाने कैसे निभाते हैं ऊ लोग बड़ी जिम्मेदारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
ख़ास कुछ महकमे वाले बड़ा इतराते हैं
छोटी छोटी बातों पे ऊ एस्कलेशन बड़ा कराते हैं
कौन समझाये अपने लोगन पर कैसे रोबदारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
लौट विदेश से , सातवे आसमान पर कुछ तो पहुँच जाते हैं
बड़ी चतुराई से ऊ कुंडली लैपटॉप पर मार जाते हैं
काहे मज़बूरी औरन की समझ न आये तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
किस्सा बैग का भी पूरा दिलचस्प रहा
जो मिले बैग पुराना, घटती शान तुहारी
शक्ल बिगाड़ी नये की, क्या यही है हैण्डलिंग तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
टीम लैपटॉप तो और आगे निकल जाता है
घर की तुहारे ऊ शोभा बढ़ता है
क्या यही रह गई नैतिकता तुहारी
वाह री दुनिया, ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
जाने कैसन इनको कोई समझाये
क्यों न पानी में शक्कर से हम मिलजाये
मेल जोल बना दिखाए हम समझदारी
और हम भी कहे गर्व से, हाँ ये हैं आफिसिअल लैपटॉपधारी !
1 comment:
सटीक...
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