पनपते है हजारो सपने
हमारी आंखों में
और करते है हम सर्जन
उन रास्तों का
हो जिन से सच हमारे सपने
दी गई जब भी कोई चुनौती
हमने हाथो हाथ लिया
दृढ़ निश्चय कर हम आगे बढे
आसान माना ये डगर नही
साहस, भी यहाँ कम नही
रख अपने मूल्यों को ऊँचा
हर चुनौती पर विजय हमने पाई
देख ये बढ़ता हुआ आत्म विस्वास हमारा
जुड़ता जा रहा है हमसे दुनिया का हर किनारा
और आगे ही बढता जा रहा है कारवां हमारा
सबसे आगे जाने की है पूरी तैयारी
समय से तेज है रफ़्तार हमारी
हाँ , सब से अलग है पहचान हमारी ...
--- अमित २८ /०९ /०८